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प्यार निश्चित रूप से फैशन नहीं है। सच्चा प्यार किसी दूसरे व्यक्ति के प्रति स्नेह और जुड़ाव की गहरी और सच्ची भावना है। यह केवल मोह या शारीरिक आकर्षण के बारे में नहीं है, बल्कि एक गहरा भावनात्मक बंधन है जो सतहीपन से परे है। सच्चे प्यार में सम्मान, विश्वास, सहानुभूति और मुश्किल समय में भी दूसरे व्यक्ति का समर्थन और देखभाल करने की इच्छा शामिल है। यह स्वार्थी या स्वामित्व नहीं है, बल्कि निःस्वार्थ और बिना शर्त है। सच्चा प्यार दूसरे व्यक्ति की भलाई और खुशी के लिए एक प्रतिबद्धता है, और यह किसी के जीवन में अपार खुशी, तृप्ति और अर्थ ला सकता है।

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George J. Ziogas
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Written by George J. Ziogas

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