ओह, वसंत! आप पृथ्वी को कैसे जगाते हैं,
अपने कोमल स्पर्श और गर्म आलिंगन के साथ।
पक्षी मधुर गाते हैं, मानो आनंद में,
और हर जगह फूल खिलते हैं।
हवा इतनी मीठी सुगंध से भरी है,
फूल, घास और सुबह की ओस।
सूरज चमकता है, दुनिया पूरी है,
जैसे प्रकृति फिर से जीवित हो उठती है।
पेड़, कभी नंगे, अब हरे कपड़े पहने,
उनकी शाखाएँ आनन्द और अनुग्रह से झूमती हैं।
कभी सूनी थी दुनिया अब चमकीली नज़र आती है,
जैसे ही वसंत अपना प्यारा चेहरा प्रकट करता है।
ओह, वसंत! आप इतनी खुशी और उत्साह लाते हैं,
अपने रंगों, सुगंधों और धुनों के साथ।
तुम्हारी सुंदरता दिल को इतना भर देती है,
और कोमल सहजता से आत्मा को ऊपर उठा देता है।
जैसे-जैसे दिन बड़े होते हैं और रातें हल्की होती जाती हैं,
और जीवन अपनी नींद से जागता है,
हम आपकी सुंदरता में आनंद लेते हैं, इतनी जंगली,
और खुशी में झूमना जो हमें रखना है।
ओह, वसंत! आप जन्म के समय हैं,
आशा की, प्रेम की, और नई चीजों की।
आपकी सुंदरता हमेशा के लिए लायक हो,
जो आनंद और शांति लाता है।