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अक्सर स्वार्थ से भरी दुनिया में, दया की शक्ति आशा की किरण के रूप में चमकती है। यहां तक ​​कि सरलतम कृत्यों के साथ, दयालुता में स्वार्थ की दीवारों को भेदने की क्षमता होती है, जो करुणा और सहानुभूति की एक श्रृंखला प्रतिक्रिया को प्रज्वलित करती है। इसमें घावों को भरने, विभाजन को पाटने और आत्माओं को ऊपर उठाने की असाधारण क्षमता है। एक स्वार्थी दुनिया में, दयालुता एक परिवर्तनकारी शक्ति के रूप में खड़ी है, जो हमें हमारी साझा मानवता की याद दिलाती है और निस्वार्थता का एक भी गहरा प्रभाव हमारे आसपास के लोगों पर पड़ सकता है। 🙏

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George J. Ziogas
George J. Ziogas

Written by George J. Ziogas

Editor | Vocational Education Teacher | HR Consultant | Manners will take you where money won't | ziogasjgeorge@gmail.com

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