आयु केवल एक कालानुक्रमिक मार्कर है, वर्षों की एक अवैयक्तिक गणना। यह आत्मा की जीवंतता पर कब्जा नहीं करता है, न ही जीवन के लिए किसी के उत्साह की तीव्रता। यौवन का असली सार एक कैलेंडर पर अंकित संख्या में नहीं है, बल्कि जुनून की गहराई में है जो किसी की खोज को बढ़ावा देता है। जुनून, जीवन के प्रसाद के साथ उत्कट जुड़ाव, जिज्ञासा, रचनात्मकता और लचीलेपन की एक स्थायी चिंगारी को प्रज्वलित करता है। यह शारीरिक उम्र की बाधाओं को पार करते हुए, किसी के वर्षों में जीवन की सांस लेता है। जुनून की निरंतर लौ मन को चुस्त और दिल को युवा बनाए रखती है, यह साबित करती है कि युवावस्था के पीछे असली प्रेरणा शक्ति उम्र नहीं है, बल्कि वह उत्साह है जिसके साथ कोई दुनिया से जुड़ता है।